सप्लाई चेन से जुड़े ऐसे प्रोजेक्ट जो कॉर्पोरेट की सामाजिक ज़िम्मेदारियों (सीएसआर) को निभाते हैं

रीसाइकल करके बेहतर प्लास्टिक बनाने के लिए, सप्लायर के साथ साझेदारी

अक्टूबर 2019
प्लांट की जगह Nest Thermostat का इस्तेमाल

Google अपने सभी ऑपरेशंस, प्रॉडक्ट, और सप्लाई चेन में सीमित संसाधनों का दोबारा और ज़्यादा से ज़्यादा इस्तेमाल करने के लिए प्रतिबद्ध है. साथ ही, हम दूसरों को ऐसा करने के लिए सक्षम बनाते हैं.

Google के सर्कुलर इकॉनमी के लीड, माइकल वर्नर कहते हैं, “हम लीनियर इकॉनमी के 'टेक, मेक, वेस्ट' मॉडल को सर्कुलर इकॉनमी में बदलने की दिशा में तेज़ी से कदम बढ़ाना चाहते हैं.” “हमें इस बारे में फिर से सोचने की ज़रूरत है कि हम प्रॉडक्ट बनाने की अपनी प्रक्रिया को कैसे बेहतर बना सकते हैं. साथ ही, यह सोचना ज़रूरी है कि प्रोडक्शन में इस्तेमाल होने वाली चीज़ों को, कम खर्च में, ज़्यादा समय तक इस्तेमाल करने लायक कैसे बनाया जाए.”

अगस्त 2019 में, हमने घोषणा की थी कि साल 2022 और उसके बाद लॉन्च होने वाले Google के बनाए गए सभी प्रॉडक्ट में, हम रीसाइकल की गई चीज़ों का इस्तेमाल करेंगे. हमारी कोशिश रहेगी कि रीसाइकल की गई चीज़ों का इस्तेमाल ज़्यादा से ज़्यादा किया जाए.

अपने सप्लायर के साथ साझेदारी करके, हमने इस्तेमाल के बाद रीसाइकल की गई (पीसीआर) प्लास्टिक को बेहतर बनाया है. यह हमारी सबसे खास पहलों में से एक है. कचरे को खत्म करने और संसाधनों के ज़्यादा से ज़्यादा इस्तेमाल के लिए, हमारे मटीरियल साइंटिस्ट, डिज़ाइन इंजीनियर, और सप्लायर ने साथ मिलकर काम किया है. इनकी कोशिशों से ही रीसाइकल की गई प्लास्टिक हमारे सामने है. साल 2019 में लॉन्च किए गए, Google Nest के सभी प्रॉडक्ट में इसका इस्तेमाल किया गया था.

Google में मटीरियल साइंस ऐंड इंजीनियरिंग के प्रॉडक्ट डिज़ाइन मैनेजर, आदि नारायणन कहते हैं, “Google की मटीरियल साइंस इंजीनियर की उत्साहित टीम, हमारे हार्डवेयर प्रॉडक्ट के डिज़ाइन में नयापन लाना चाहती है.” ”हम रीसाइकल की गई प्लास्टिक बनाने के लिए, सप्लायर के साथ मिलकर काम करते हैं. यह इस बात का अच्छा उदाहरण है कि हमारी वैल्यू चेन में सब लोग साथ मिलकर, किस तरह बड़े बदलाव ला सकते हैं.”

अच्छी क्वालिटी वाली, रीसाइकल की गई प्लास्टिक बनाने की पहेली सुलझाना

Google के लिए काम करने वाले प्लास्टिक मटीरियल इंजीनियर, सप्लायर से आने वाली प्लास्टिक की क्वालिटी की जांच करते हैं. इससे पता चलता है कि इस्तेमाल के लिए आने वाली रेसिन हमारे क्वालिटी स्टैंडर्ड को पूरा करती है या नहीं.
Google के लिए काम करने वाले प्लास्टिक मटीरियल इंजीनियर, सप्लायर से आने वाली प्लास्टिक की क्वालिटी की जांच करते हैं. इससे पता चलता है कि इस्तेमाल के लिए आने वाली रेसिन हमारे क्वालिटी स्टैंडर्ड को पूरा करती है या नहीं.

इंसानों ने साल 1950 से लेकर अब तक, 830 करोड़ मेट्रिक टन प्लास्टिक पैदा किया है.1 इसमें से करीब 630 करोड़ मेट्रिक टन प्लास्टिक कचरा बन चुकी है. इस 630 करोड़ मेट्रिक टन प्लास्टिक के कचरे में से, सिर्फ़ नौ प्रतिशत ही रीसाइकल किया जा सका है.

प्लास्टिक को रीसाइकल करने की दर धीमी होने की एक वजह यह भी है कि कांच, काग़ज़ या एल्युमिनियम की तुलना में प्लास्टिक को रीसाइकल करना ज़्यादा मुश्किल है. निर्माता कई तरह की प्लास्टिक का इस्तेमाल करते हैं, जबकि रीसाइकल की प्रक्रिया को ध्यान में रखकर ही प्लास्टिक को चुना जाना चाहिए. अलग-अलग तरह की प्लास्टिक को एक साथ मिलाने से, वे निर्माण के लिए किसी काम की नहीं रह जाती है. इसके अलावा, रीसाइकल करने वाले ज़्यादातर लोगों के पास, प्रभावी रूप से प्लास्टिक को रीसाइकल करने के लिए ज़रूरी इंफ़्रास्ट्रक्चर नहीं होता. साथ ही, यह काफ़ी महंगा भी होता है.

समय के साथ, प्लास्टिक बेकार होती जाती है. इसलिए, रीसाइकल करके अच्छी क्वालिटी की प्लास्टिक बनाना ज़्यादा मुश्किल होता है. कुछ स्थितियों में ऐसा देखा गया है कि घर में काम आने वाले तरल पदार्थों में मौजूद केमिकल और दूसरी चीज़े भी प्लास्टिक को कमज़ोर बना सकती है. धूप भी प्लास्टिक के रंगों को हल्का कर सकती है या उसमें दरार ला सकती है. Google के उत्पाद बनाने के लिए, हम रीसाइकल की गई अच्छी क्वालिटी की प्लास्टिक का ही इस्तेमाल करते हैं. साथ ही, यह पक्का करते हैं कि नई चीज़ों या प्लास्टिक से बने उत्पादों की तुलना में, रीसाइकल की गई प्लास्टिक से बने हमारे उत्पाद की परफ़ॉर्मेंस में कोई कमी न आए.

सुरक्षा भी ज़रूरी है. प्लास्टिक के कचरे में खतरनाक चीज़ें भी हो सकती हैं. ऐसे में, हमें यह पक्का करना होगा कि रीसाइकल की गई प्लास्टिक, हमारे सप्लायर और ग्राहकों के साथ-साथ हर किसी के लिए सुरक्षित हो.

सप्लायर के साथ नए समाधान खोजना

निर्माण, पेलेटाइज़ेशन, और ऑप्टिकल सॉर्टिंग प्रक्रियाओं से गुज़रने के बाद निकले साफ़ पीसीआर रेसिन को इकट्ठा कर लिया जाता है.
निर्माण, पेलेटाइज़ेशन, और ऑप्टिकल सॉर्टिंग प्रक्रियाओं से गुज़रने के बाद निकले साफ़ पीसीआर रेसिन को इकट्ठा कर लिया जाता है.

प्लास्टिक को प्रभावी ढंग से रीसाइकल करने के लिए, सप्लाई चेन से जुड़े कई अलग-अलग संगठनों के साथ मिलकर काम करने की ज़रूरत होती है. नारायणन कहते हैं, “हम जो करने की कोशिश कर रहे हैं उसके लिए हमें सबसे अच्छी क्वालिटी का कच्चा माल देने वाले सप्लायर के साथ काम करना ज़रूरी है. यह भी ज़रूरी है कि हम उनकी अपस्ट्रीम सप्लाई चेन तक पहुंचें और ये सप्लायर अपने स्तर पर निवेश करने के लिए तैयार हों.”

कुछ साल पहले, हमारे मटीरियल साइंटिस्ट और सोर्सिंग टीम ने मिलकर, सबसे अच्छी क्वालिटी की प्लास्टिक तैयार करने वाले निर्माताओं से मुलाकात की थी. इस दौरान, हमारी टीम ने तकनीकी जानकारी को लेकर बातचीत की. साथ ही, रीसाइकल करने की उनकी प्रक्रिया को भी ऑडिट किया. सप्लाई करने वाले पार्टनर चुनने के बाद, हमने इस्तेमाल के बाद रीसाइकल की गई प्लास्टिक के ऐसे ग्रेड तैयार करने के लिए साथ मिलकर काम किया जो Google के डिज़ाइन, इंजीनियरिंग की विशेषताओं, और क्वालिटी के मानकों की हमारी उम्मीदों पर खरा उतरे.

Google में प्रॉडक्ट डेवलपमेंट और मटीरियल इंजीनियर के तौर पर काम करने वाले लैरी मार्वट बताते हैं, “किसी प्रॉडक्ट को बनाते समय, हम यह पक्का करते हैं कि हमारे सभी डिवाइस और उनमें इस्तेमाल की जाने वाली चीज़ें, क्वालिटी से जुड़ी हमारी शर्तों के मुताबिक हों. यह भी ज़रूरी है कि ये प्रॉडक्ट बड़े पैमाने पर बनाए जा सकें.” “Google, पर्यावरण को ध्यान में रखकर किए गए काम को बढ़ावा देता है. इसलिए, हमने यह दिखाने में बहुत मेहनत की है कि रीसाइकल की गई प्लास्टिक कितने काम की है और इसका कितना इस्तेमाल हो सकता है.”

नारायणन आगे कहते हैं, “हमारे ग्राहक जिन प्रॉडक्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं, हम उन प्रॉडक्ट की परफ़ॉर्मेंस पर पूरा ध्यान देते हैं.” “पीसीआर प्लास्टिक से बने प्रॉडक्ट की क्वालिटी भी उतनी ही अच्छी होनी चाहिए जितनी नई प्लास्टिक से बने प्रॉडक्ट की होती है.”

इसके लिए क्रिएटिविटी के साथ सोचने की ज़रूरत पड़ी. नारायणन कहते हैं, “हमें यह पक्का करना था कि रीसाइकल की प्रक्रियाएं, प्लास्टिक के कचरे को साफ़ करने और उसे दोबारा अच्छी क्वालिटी वाली प्लास्टिक में बदलने के लिए सक्षम हैं.” “यह प्रक्रिया चलती रहेगी और इसमें हमारे सभी पार्टनर को लगातार नई खोज करनी होगी.”

इसमें सिर्फ़ वैज्ञानिक और मैन्युफ़ैक्चरर ही नहीं, बल्कि वे टीमें भी शामिल हैं जो इन चीज़ों का इस्तेमाल करेंगी. निर्माण होने के बाद, हमारे मटीरियल इंजीनियर, इस्तेमाल के बाद रीसाइकल की गई सभी प्लास्टिक (पीसीआर) की जांच करते हैं. इससे यह पक्का किया जाता है कि प्लास्टिक हमारे प्रॉडक्ट की परफ़ॉर्मेंस के लिहाज़ से ठीक है या नहीं.

मार्वट कहते हैं, “ये प्लास्टिक हमारी जांच के कई चरणों और क्वालिटी की पुष्टि करने वाली प्रक्रियाओं पर खरी उतरी हैं.” “काम करने के इस तरह के तेज़ और कुशल तरीकों को Google प्रोत्साहित करता है और मुझे इस बात की खुशी है कि मैं इस टीम का हिस्सा हूं.”

Google की सर्कुलर इकॉनमी को ज़्यादा से ज़्यादा विकसित करना

हम धीरे-धीरे प्रॉडक्ट लाइन में, पीसीआर प्लास्टिक को शामिल कर रहे हैं. साल 2019 में लॉन्च किए गए Google Nest के सभी प्रॉडक्ट, रीसाइकल की गई प्लास्टिक से बनाए गए हैं. Nest Temperature Sensor के कैबिनेट को बनाने में 65% पीसीआर प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है. हाल ही में बने Nest Wifi के कैबिनेट को बनाने में 45% और Nest Mini के कैबिनेट को बनाने में 35% पीसीआर प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है. हम 2018 से अब तक, पीसीआर प्लास्टिक से बने Google Nest के लाखों प्रॉडक्ट की शिपिंग कर चुके हैं.

साल 2019 में लॉन्च हुए Google Nest के सभी उत्पाद, रीसाइकल की गई प्लास्टिक से बनाए गए हैं.
साल 2019 में लॉन्च हुए Google Nest के सभी उत्पाद, रीसाइकल की गई प्लास्टिक से बनाए गए हैं.

मार्वट कहते हैं, “घर के काम में आने वाली चीज़ों को बनाने के लिए, रीसाइकल की गई प्लास्टिक का इतने बड़े पैमाने पर इस्तेमाल कर पाने में Google को कई साल लगे हैं.” “उदाहरण के लिए, 2015 से अब तक Google ने जितने भी Chromecast की शिपिंग की है उनमें कैबिनेट को बनाने में 20% पीसीआर प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है.”

यह अब तक उठाए गए कई कदमों में से सिर्फ़ एक है. Google के ज़्यादा से ज़्यादा प्रॉडक्ट में, पीसीआर प्लास्टिक को शामिल किया जा रहा है. साथ ही, हम यह उम्मीद करते हैं कि Google में और दूसरी जगहों पर प्लास्टिक और दूसरे मटीरियल की रीसाइकलिंग के लिए, आगे भी नए तरीके अपनाए जाएंगे. हम इस चुनौती से निपटने के लिए लगातार अपने सप्लायर के साथ काम करते रहेंगे.

सर्कुलर इकॉनमी बनाने की दिशा में की जा रही कोशिशों के अलावा, हम यह भी पक्का करना चाहते हैं कि हमारे डिज़ाइन किए गए प्रॉडक्ट, लोगों और पर्यावरण के सिस्टम लिए सुरक्षित हों. ऐसा इसलिए, क्योंकि लोगों के बीच पहुंच जाने के बाद, प्रॉडक्ट में मौजूद रसायन को बदला नहीं जा सकता. हमने 2018 में, प्रतिबंधित पदार्थ की जानकारी पब्लिश की, ताकि Google के सभी ब्रैंड के प्रॉडक्ट, इनके मैन्युफ़ैक्चरिंग की प्रोसेस और प्रॉडक्ट की पैकेजिंग में खतरनाक रसायनों के इस्तेमाल को रोका जा सके.

बीते कुछ सालों में हमने इस दिशा में कुछ ज़रूरी कदम उठाए हैं. हालांकि, हम जानते हैं कि Google को सर्कुलर इकॉनमी बनाने के लिए, अब भी बहुत कुछ करना बाकी है. हम सप्लायर के साथ मिलकर, प्रॉडक्ट के ज़्यादा से ज़्यादा इस्तेमाल और उसके दोबारा इस्तेमाल किए जाने की दिशा में काम करना चाहते हैं. साथ ही, हम पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाने वाली मैन्युफ़ैक्चरिंग की प्रोसेस अपनाने, बेहतर डिज़ाइन तैयार करने, और रीसाइकल किए गए ज़्यादा से ज़्यादा मटीरियल का इस्तेमाल करके, ऐसे प्रॉडक्ट बनाना चाहते हैं जो पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाएं.

1 रोलैंड गियर, जेना आर. जेमबेक और कारा लैवेंडर लॉ, "प्रोडक्शन, यूज़, ऐंड फ़ेट ऑफ़ ऑल प्लास्टिक्स एवर मेड," साइंस एडवांसेस में 19 जुलाई, 2017 को प्रकाशित.