पर्यावरण से जुड़े प्रोजेक्ट
100% अक्षय ऊर्जा का इस्तेमाल तो सिर्फ़ शुरुआत है
मुझे यह घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है कि 2017 में Google का सारा काम 100% अक्षय ऊर्जा से होगा. यानी दुनिया भर में फैले हमारे सारे दफ़्तर और डेटा सेंटर कुदरत से मिलने वाली ऊर्जा का इस्तेमाल करेंगे. यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. हम सबसे बड़े कॉर्पोरेशन में से एक थे, जिन्होंने सीधे तौर पर अक्षय ऊर्जा खरीदने के लिए बड़े पैमाने पर लंबे समय वाले अनुबंध किए; हमने 2010 में आयोवा के एक 114-मेगावॉट पवन फ़ार्म की सारी बिजली खरीदने के लिए हमारा पहला अनुबंध पर हस्ताक्षर किए. आज, हम अक्षय ऊर्जा के दुनिया के सबसे बड़े कॉर्पोरेट खरीदार हैं. हम 2.6 गीगावॉट (2,600 मेगावॉट) पवन और सौर ऊर्जा खरीदने के लिए प्रतिबद्ध हैं. यह कई विशाल सुविधाओं से ज़्यादा बड़ी है और मार्टी मैकफ़्लाई को समय में वापस भेजने के लिए इस्तेमाल हुए 1.21 गीगावॉट के दोगुने से भी ज़्यादा है.
इस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए, दुनिया भर में हम हर साल बिजली की जो खपत करते हैं उसकी हर इकाई के लिए, सीधे तौर पर काफ़ी मात्रा में पवन और सौर ऊर्जा खरीदेंगे. इसके अलावा, हमारा मुख्य उद्देश्य है कि अक्षय स्रोतों से नई ऊर्जा बनाई जाए, इसलिए हम सिर्फ़ उन ही परियोजनाओं से ऊर्जा खरीदते हैं जिनका खर्चा हमारी खरीद से ही चलता है.
डेटा केंद्र, इंटरनेट का आधार हैं, जिसमें बड़ी मात्रा में जानकारी तैयार और स्टोर की जाती हैं. हमारे इंजीनियरों की कई साल की मेहनत का नतीजा है कि Google के डेटा केंद्र, बाकी औसत उद्योगों की तुलना में 50 फ़ीसदी कम ऊर्जा का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन हमें अब भी, खरबों की संख्या में होने वाली Google खोजों का जवाब देने के लिए और YouTube पर हर मिनट अपलोड होने वाले 400 घंटे से ज़्यादा के वीडियो को चलाने के लिए, बहुत ज़्यादा ऊर्जा की ज़रूरत है. इसके अलावा, उन सारे उत्पाद और सेवाओं (जिन पर हमारे उपयोगकर्ता निर्भर करते हैं) को चलाने के लिए भी बहुत ज़्यादा ऊर्जा की ज़रूरत है. यही वजह है कि हमने अक्षय ऊर्जा खरीदनी शुरू की — ताकि हम अपना कार्बन उत्सर्जन कम कर सकें और पर्यावरण को बचा सकें. साथ ही, ये कारोबार के लिए भी मुनाफ़े का सौदा है.
पिछले छह साल में वायु ऊर्जा की लागत में 60 प्रतिशत और सौर ऊर्जा की लागत में 80 प्रतिशत की कमी आई है, जिससे ये साबित हो गया कि अक्षय ऊर्जा जल्दी ही सबसे सस्ता विकल्प होगी. हमारे डेटा केंद्रों में बिजली का खर्च, पूरे केंद्र पर होने वाले खर्च का सबसे बड़ा हिस्सा है. साथ ही, बिजली के दाम अक्सर बढ़ते रहते हैं. लंबे समय तक एक जैसी लागत रहने के कारण अक्षय ऊर्जा इन सबसे बचाती है.
हमारी अक्षय ऊर्जा की 20 परियोजनाएं, ओकलाहोमा में ग्रेडी काउंटी से लेकर नॉर्थ कैरोलाइना की रदरफ़ोर्ड काउंटी तक और चिली के अटाकामा से लेकर स्वीडन की नगरपालिकाओं तक, काम कर रहे सहायता समुदायों की मदद भी करती हैं. अब तक की हमारी खरीदारी का नतीजा है कि दुनिया भर में साढ़े तीन अरब डॉलर से भी ज़्यादा का निवेश आधारभूत सुविधाओं में होगा, जिसमें से करीब दो-तिहाई अकेले अमेरिका में खर्च होगा. इन परियोजनाओं से हर साल स्थानीय संपत्ति मालिकों को कई लाख डॉलर की आमदनी और स्थानीय और राष्ट्रीय सरकारों को उससे भी कहीं ज़्यादा की आय टैक्स (कर) के रूप में मिलती है.
अगले साल तक हम अपनी वैश्विक ऊर्जा खपत को हर साल मिलने वाली ऊर्जा के बराबर ले आएंगे. लेकिन यह तो सिर्फ़ पहला कदम है. आने वाले समय में हम ऐसे प्रत्यक्ष अनुबंध तो करते ही रहेंगे, साथ ही उन क्षेत्रों में जहां हमारे डेटा केंद्र और बड़े पैमाने का कारोबार है, क्षेत्रीय स्तर पर अक्षय ऊर्जा खरीदने पर भी ध्यान दिया जाएगा. क्योंकि हवा हर दिन, चौबीसों घंटे नहीं बहती है, इसलिए हम अक्षय ऊर्जा के अलग-अलग स्रोतों को भी अपनी खरीदारी के दायरे में लाएंगे जिससे दिन के हर घंटे में अक्षय ऊर्जा का इस्तेमाल कर सकें. हम ऐसी दुनिया बनाना चाहते हैं जिसमें सिर्फ़ Google ही नहीं, बल्कि हर कोई स्वच्छ ऊर्जा का इस्तेमाल कर सके. आगे के इन कदमों के बारे में और जानकारी के लिए हमारा श्वेत पत्र पढ़ें.
हमारा शुरू से ही यह सिद्धांत रहा है कि अपना कारोबार इस तरह चलाएं, ताकि पर्यावरण को कम से कम नुकसान पहुंचे. साथ ही, ऐसा करने के लिए हम इस दिशा में लगातार काम कर रहे हैं — जैसे काम करने की साफ़-सुथरी जगह और [धरती पर सांस लेने लायक वातावरण] बनाने की कोशिश कर रहे हैं(https://www.blog.google/products/earth/our-most-detailed-view-earth-across-space-and-time/). हम कई साल से श्वेत पत्रों, ब्लॉग पोस्ट, और वेबसाइट पर अपने कार्बन फ़ुटप्रिंट (उत्सर्जन) और वातावरण की मदद के लिए, चल रही कोशिशों के बारे में बताते रहे हैं. अब हमने इस पूरी जानकारी को एक नई पर्यावरण रिपोर्ट के रूप में पेश किया है.
आप हमारी नई पर्यावरण वेबसाइट भी देख सकते हैं. यहां हम ऐसी कहानियां शेयर करते हैं जिनमें बताया जाता है कि कम से कम स्रोतों का इस्तेमाल करके, ज़्यादा से ज़्यादा काम कैसे किया जाए. हमारे कैंपस में पर्यावरण बचाने की पहल, उन Googlers की देन है जो इसे लेकर काफ़ी गंभीर हैं. उनके शुरू किए गए प्रयासों को अब पूरी कंपनी ने अपना लिया है. हमारी छतों पर लगे सौर पैनल से लेकर हमारे साइकिल से दफ़्तर आने वाले कार्यक्रम तक, ऐसे सारे कदम हमारी कंपनी की संस्कृति का एक अटूट हिस्सा बन चुके हैं. ये कदम पर्यावरण पर पड़ रहे बुरे असर को कम करने में हमारी और हमारे उपयोगकर्ताओं की मदद करते हैं.
विज्ञान की मानें, तो पूरी दुनिया के लिए ही यह सबसे ज़रूरी है कि वह जलवायु में होने वाले बदलावों से निपटने को प्राथमिकता दे. हमारा मानना है कि निजी क्षेत्र को नीति बनाने वालों के साथ मिलकर कुछ ऐसे साहसी कदम उठाने चाहिए, ताकि विकास हो और नए अवसर भी मिलते रहें. उपयोगकर्ताओं और पर्यावरण के लिए ऐसा करना हमारी ज़िम्मेदारी है.
हमें अभी बहुत आगे जाना है, लेकिन फ़िलहाल जिन उपलब्धियों की बात हम कर रहे हैं वो भी बदलाव के एक झोंके से कम नहीं. अब काम पर वापस जाएं.
तकनीकी संरचना (टीआई) के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट