जल संरक्षण से जुड़ी हमारी प्रतिबद्धता
हम अपने सभी ऑफ़िस और डेटा सेंटर में पानी का इस्तेमाल कम करने, इस्तेमाल किए गए पानी को दोबारा इस्तेमाल करने, और जल स्तर को पहले जैसा करने के लिए काम कर रहे हैं.
ताज़ा और साफ़ पानी धरती के सबसे बेशकीमती संसाधनों में से एक है. इसका इस्तेमाल बहुत तेज़ी से हो रहा है, लेकिन इसे बचाने की तरफ़ ज़्यादा ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
Google में, हम सही तरीके से पानी के इस्तेमाल पर चर्चा करते हैं और इससे जुड़ी समस्याओं को हल करने की कोशिश करते हैं. अब हम जल संरक्षण और ईकोसिस्टम को बेहतर बनाने की दिशा में बेहद ज़रूरी कदम उठा रहे हैं.
Google में जल संरक्षण
Google जितना पानी इस्तेमाल करता है, 2023 तक उससे ज़्यादा पानी की भरपाई के लिए प्रतिबद्ध है. इसके अलावा, हम पानी का बेहतर मैनेजमंट करने के साथ-साथ पानी की क्वॉलिटी और सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम उन कम्यूनिटी में पानी से जुड़े ईकोसिस्टम को ठीक करने लिए भी प्रतिबद्ध हैं जिनके बीच हम काम करते हैं.
जितना पानी हम इस्तेमाल करते हैं उससे ज़्यादा पानी की भरपाई करना
Google, 2030 तक वॉटर पॉज़िटिव हो जाएगा. इसका मतलब यह हुआ कि हम जितना पानी अपने ऑफ़िस और डेटा सेंटर में इस्तेमाल करते हैं हम उस मात्रा के 120 प्रतिशत पानी की भरपाई करेंगे. साथ ही, हम उन कम्यूनिटी के ईकोसिस्टम को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं जिनके बीच हम काम करते हैं. हम उन इलाकों में ज़्यादा ध्यान देंगे जहां पानी की किल्लत है, ताकि ज़रूरतमंद लोगों तक पानी पहुंचाया जा सके. हम आगे भी इस काम को जारी रखेंगे.
(C. McAnneny / Heatherwick Studio से मिली इमेज)
पानी के मैनेजमेंट के लिए लिविंग लैब्स
पानी के मैनेजमेंट के नए और आधुनिक तरीकों को जांचने और उन्हें बेहतर बनाने के लिहाज़ से, हमारे ऑफ़िस और डेटा सेंटर एकदम सही जगह हैं. हम आधुनिक और अपने मुताबिक तरीकों का इस्तेमाल करके, अपने सभी कैंपस में पानी पहुंचाने और उसे मैनेज करने का काम कर रहे हैं. पानी के सही इस्तेमाल से, आगे जाकर हमें यह निर्णय लेने में मदद मिलेगी कि हम कहां और कैसे नए ऑफ़िस बनाएं.
पानी का दोबारा इस्तेमाल
हम ऑफ़िस के कामकाज, जगह की जानकारी, और उस जगह पर बचाए गए पानी के इस्तेमाल और उससे जुड़ी समस्याओं के अनुसार पानी के मैनेजमेंट के तरीकों में बदलाव कर रहे हैं. साथ ही, हम अपने सभी ऑफ़िस और डेटा सेंटर में पानी के सर्कुलर और उसे दोबारा इस्तेमाल के लायक बनाने पर तेज़ी से काम कर रहे हैं.
जगह के मुताबिक चुने गए तरीकों और कुशलता को बढ़ावा देना
दुनियाभर में फैले Google के सभी डेटा सेंटर को ठंडा रखने के लिए, पानी बेहद ज़रूरी संसाधन है. इसलिए हमारी कोशिश रहती है कि हम स्थानीय ज़रूरतों को समझकर, मीठे पानी का इस्तेमाल कम कर सकें और अगर मुमकिन हो, तो आस-पास मौजूद दूसरे संसाधन खोज सकें.
कम्यूनिटी और ईकोसिस्टम
हम जिन कम्यूनिटी के बीच काम करते हैं उनमें पानी से जुड़ी समस्याओं के कारगर उपाय खोजने, आस-पास के इलाकों में रोज़गार बढ़ाने, और पूरी कम्यूनिटी को इससे जोड़ने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं.
देशों के बीच पानी के बंटवारे के लेकर आने वाली चुनौतियों से निपटना
हम सब जिन जगहों पर रहते और काम करते हैं वहां के वॉटरशेड (उस देश/इलाके में मौजूद पानी) पर निर्भर रहते हैं. इसी वजह से, हम लगातार स्थानीय सरकारों के साथ मिलकर पानी की समस्याओं को दूर करने से जुड़े समाधानों की पहल कर रहे हैं. साथ ही, वॉटरशेड को दोबारा इस्तेमाल के लायक बनाने से जुड़े सुधार को ट्रैक करने और सतत विकास का एक लचीले मॉडल तैयार करने की पहल भी कर रहे हैं.
वॉटरशेड को बेहतर बनाना
साफ़ पानी की किल्लत न सिर्फ़ हमारे लिए, बल्कि सबके लिए एक बड़ी समस्या है. पूरी दुनिया की सभी कम्यूनिटी इस पर निर्भर रहती हैं. पानी के दोबारा इस्तेमाल और वॉटरशेड हेल्थ प्रोजेक्ट की मदद से, हम कम्यूनिटी में बेहतर तरीके से जल संरक्षण कर पा रहे हैं और अपने आस-पास के इलाकों में बेहतर ईकोसिस्टम भी बना रहे हैं.
टेक्नोलॉजी और टूल
टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल पानी की समस्या को समझने और उसके समाधान के बेहतर तरीके निकालने के लिए किया जा सकता है.
(CNES / Airbus, Maxar Technologies से मिली इमेज)
पानी के इस्तेमाल से जुड़ा डेटा
पानी से जुड़े डेटा और टेक्नोलॉजी को कोई भी, कहीं से भी देख सके, इसके लिए हम कुछ टूल बना रहे हैं. हम यह काम आस-पास की जगहों के अलावा वैश्विक स्तर पर भी कर रहे हैं. BlueConduit एक ओपन सोर्स टूल है, जो कम तकनीकी समझ वाले लोगों को मशीन की मदद से पानी की खराब लाइन पहचानने और उसे बदलने में आने वाले खर्च का अनुमान लगाने में मदद करता है. ऐसा करने से, पानी का मैनेजमेंट बेहतर तरीके से हो पाता है और वॉटरशेड का ईकोसिस्टम मज़बूत होता है. यह प्रोजेक्ट पानी की क्वॉलिटी से जुड़ी दिक्कतों को जानने में पर्यावरण संरक्षण से जुड़े ग्रुप और स्थानीय कम्यूनिटी की मदद करेगा. साथ ही, यह पर्यावरण में बराबरी के सिद्धांतों को बढ़ावा देगा.
भविष्य में होने वाली पानी की किल्लत का अंदाज़ा लगाना और उससे बचे रहना
स्थानीय सरकारों और संगठनों के साथ मिलकर हम समुदायों की मदद करते हैं, ताकि उनके लिए पानी की ज़रूरतों और उसकी उपलब्धता का अंदाज़ा लगाया जा सके. इसके लिए, हम अपने फ़्रेशवॉटर इकोसिस्टम एक्सप्लोरर प्लैटफ़ॉर्म का इस्तेमाल करते हैं. इस प्लैटफ़ॉर्म को यूएनईपी (संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम) और यूरोपियन कमीशन के जॉइंट रिसर्च सेंटर (जेआरसी) के साथ मिलकर तैयार किया गया है. यह प्लैटफ़ॉर्म, सतह पर मौजूद पानी में पिछले दशकों में हुए बदलावों का पता लगाकर, उन्हें आंकड़ों में बताता है. साथ ही, यह इस्तेमाल करने में आसान, भौगोलिक डेटा उपलब्ध कराने वाला प्लैटफ़ॉर्म है, जिससे ज़रूरी फ़ैसले लेने वालों को मीठे पानी के सिस्टम से जुड़ा डेटा पाने में मदद मिलती है.
स्टिचिंग डेल्टेअर्स इंस्टिट्यूट, डब्ल्यूआरआई (WRI), और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ़ (WWF) के साथ मिलकर Google.org, Global Water Watch नाम के प्लैटफ़ॉर्म को बनाने के लिए फ़ंड दे रहा है. इसका लक्ष्य पानी के संसाधनों की जानकारी को हर किसी के लिए मुहैया कराना है. साथ ही, यह पानी के संसाधनों को बेहतर तरीके से मैनेज करने में कम्यूनिटी, नीति निर्माताओं, और संरक्षण करने वाले संगठनों की मदद करेगा.
वसुधैव कुटुम्बकम् वाली सोच पैदा करना
अपनी Google Earth Outreach टीम की अगुआई में, हम उन मॉडल और समाधानों को बढ़ावा दे रहे हैं, जो पानी के संसाधनों की जानकारी दिखाते हैं और उन पर कदम उठाने में मदद करते हैं. इसके अलावा, Google खुद भी, दुनियाभर के लोगों को पानी के संसाधनों का सही से इस्तेमाल करने और भविष्य में पानी की कमी से निपटने की तैयारी के लिए जानकारी और टूल मुहैया कराता है.
Google पानी के मैनेजमेंट के बारे में ज़्यादा जानें
व्हाइट पेपर देखें (नई विंडो में खुलेगा)पर्यावरण को बेहतर बनाने की हमारी कोशिशों के तीसरे दशक में, हम अपनी अब तक की सबसे बड़ी कामयाबी हासिल करना चाहते हैं.
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