पर्यावरण से जुड़े प्रोजेक्ट
पुरानी लकड़ी के टुकड़ों और साइकल के टायर से इवेंट बूथ कैसे बनाया जाए
अगर आप ऐसे इवेंट में जाते हैं जिसका होस्ट Google है, जैसे कि जियो फ़ॉर गुड समिट या कॉन्फ़्रेंस में लगाए गए Google के बूथ, जैसे कि यूरोपियन जियोसाइंसेस यूनियन (ईजीयू) या ग्रीनटेक फ़ेस्टिवल, तो आपको वहां ऐसी चीज़ें दिखेगी जिसका इस्तेमाल आम तौर पर कॉन्फ़्रेंस से जुड़ी चीज़ाें में नहीं किया जाता. इन चीज़ों में, कंटाकी के तंबाकू के गाेदाम से ली गई लकड़ी, एम्स्टरडेम में साइकल के टायरों से निकाली गई पुरानी रबर, और सेना के पुराने स्टोरेज शेड से मिला मेटल शामिल है.
Google Earth के मार्केटिंग इवेंट मैनेजर, डस्टी रीड ने कहा, “हम इन चीज़ों को अपसाइकल करना चाहते हैं और उनका इस्तेमाल नए और अलग तरीकों से करना चाहते हैं. ऐसा करके, हम ऐसे बूथ बना सकते हैं जो कुछ दिनों के बाद कचरे में न फेंके जाएं. इवेंट में लगाए गए डिसप्ले, पर्यावरण के लिहाज़ से बेहतर होने चाहिए और उनसे कचरा भी नहीं हाेना चाहिए. इसी तरह हम, Google के दुनिया भर में मौजूद सभी ऑफ़िस को पर्यावरण के हिसाब से बेहतर बनाने की कोशिश करते हैं." लंदन की एक क्रिएटिव इवेंट एजेंसी, Brandfuel की मदद से, डस्टी इसकी शुरूआत कर पाए.
दुनिया भर में आयोजित हाेने वाले सैकड़ाें-हज़ारों इवेंट के बारे में सोचिए. इन इवेंट काे सफल बनाने के लिए, ढेर सारे साइनेज, बूथ, फ़र्श से जुड़ी चीज़ें, प्रिंट किए गए परचे, और बहुत सी चीज़ें इस्तेमाल की जाती है. इनमें से बहुत कुछ, इवेंट खत्म होने के बाद फेंक दिया जाता है. इसके अलावा, कुछ ऐसी चीज़ाें से भी बहुत कचरा हाेता है जो अक्सर आपको दिखती ही नहीं. जैसे कि इवेंट के सामान को पहुंचाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले लकड़ी के बड़े बक्से और प्लास्टिक के कवर. इनका साइज़, सामान के हिसाब से अलग-अलग हाेता है. इनका इस्तेमाल करके, जब बूथ और डिसप्ले पहुंचा दिए जाते हैं, तो इन्हें फेंक दिया जाता है.
हम इसे बदल सकते हैं. Google Earth Outreach की टीम ऐसे कदम उठा रही है जिससे इवेंट के दौरान पर्यावरण को कम से कम नुकसान पहुंचे और कचरा बिल्कुल भी न हो. यह टीम, इवेंट कराने वाली Google की टीमाें के साथ पर्यावरण की सुरक्षा करने के सबसे सही तरीके शेयर कर रही है. इससे, इन तरीकाें काे बड़े स्तर के इवेंट पर लागू किया जा सकेगा. हम प्लास्टिक कवर और खास तौर से तैयार किए गए शिपिंग बक्साें के बजाय, रीसाइकल किया गया सामान, रीसाइकल हो सकने वाले कार्डबोर्ड की चीज़ों और मूविंग ब्लैंकिट (कपड़े से बना एक माेटा कवर जो सामान एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में इस्तेमाल किया जाता है) का इस्तेमाल करने में जुटे हैं. हम बूथ को फिर से डिज़ाइन करने के बारे में भी सोच रहे हैं. ऐसा डिज़ाइन जिसमें बूथ के हिस्से अलग-अलग हो सकें जिन्हें छोटे पैकेज में पैक किया जा सके और फिर आसानी से दोबारा इस्तेमाल किया जा सके. हम इवेंट के लिए ऐसे बूथ नहीं लगाना चाहते जिन्हें एक ही बार इस्तेमाल किया जाए. हम टीमों को ऐसे बूथ लगाने और ऐसी चीज़ें इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करते हैं जिन्हें बाद में भी काम में लाया जा सके.
ईजीयू के इवेंट में Google के लिए, Brandfuel ने पर्यावरण को ध्यान में रखकर बेहतरीन बूथ तैयार किए थे. इस बूथ को हम तीन अलग-अलग कॉन्फ़्रेंस में इस्तेमाल कर चुके हैं. बूथ बनाने में इस्तेमाल की गई लकड़ी, शिपिंग पैलिट से ली गई थी. इसे साफ़ और पॉलिश करके इस्तेमाल किया गया था. बूथ के आस-पास लगाए गए गमलों को, टूटी-फूटी साइकल के टायरों से तैयार किया गया था. बूथ के फ़र्श को रबर वाले पुराने टायरों से बनाया गया था. बूथ की दीवारों को, फल-सब्ज़ी बेचने वालों से ली गई लकड़ी या टूटे मकानों की लकड़ी से तैयार किया गया था.
हालांकि, अब तक हम रीक्लेम्ड वुड और रीसाइकल किए गए टायरों से डिजिटल स्क्रीन बनाने का तरीका पता नहीं कर पाए हैं. ये चीज़ें पर्यावरण के हिसाब से बेहतर बूथ बनाने के लिए अहम हैं. Google की ब्रैंडिंग और प्रेज़ेंटेशन के लिए स्क्रीन का इस्तेमाल किया जाता है. इससे, हमें उत्पाद से जुड़ी जानकारी का प्रिंट लेने या साइनेज जैसी वे चीज़ें बनाने की ज़रूरत नहीं हाेती जिन्हें आम तौर पर इवेंट के बाद कचरे में फेंक दिया जाता है.
बूथ को भले ही रीसाइकल की गई चीज़ों से बनाया गया हो, लेकिन इसकी शानदार डिज़ाइनिंग की वजह से यह काफ़ी सुंदर दिखता है. इवेंट में आने वाले लोग हमारे बूथ को काफ़ी पसंद करते हैं. उनका मानना है कि ऐसे बूथ पर हर काेई आना चाहेगा, क्याेंकि इसके पीछे एक बेहतर साेच छिपी है. जैसा कि Brandfuel ने कहा, “ये बूथ इस तरह बनाए गए हैं कि एक बूथ को बनाने में इस्तेमाल की गई चीज़ों से अलग-अलग तरह के बूथ बनाए जा सकते हैं.”
Brandfuel की टीम इस चुनौती को लेकर काफ़ी उत्साहित थी कि उन्हें ऐसी चीज़ें जुटानी है जो पर्यावरण के लिए बेहतर हाे. साथ ही, उन्हें ऐसे तरीकों के बारे में सोचना है जिससे कम से कम कचरा पैदा हो. Brandfuel की ऐना ने कहा, “यह सिर्फ़ एक बदलाव की बात नहीं है. ऐसे बदलावों का असर लंबे समय के बाद दिखता है. इसके लिए Google जैसी कंपनी ही कदम उठा सकती है और बाकी कंपनियों को इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर सकती है.” Brandfuel की टीम काफ़ी समय से पर्यावरण को ध्यान में रखकर काम कर रही है. वे अपने सभी क्लाइंट के इवेंट, गतिविधियों, और अनुभवों के लिए, इस तरह ही सारी तैयारी करते हैं.
हम जानते हैं कि पर्यावरण को ध्यान में रखकर, इवेंट आयोजित करना इतना आसान काम नहीं है. हालांकि, इसके लिए हम कुछ किफ़ायती और आसान कदम उठा सकते हैं. हम इवेंट के दौरान होने वाले कचरे को कम या खत्म करने के लिए काम कर सकते हैं. जैसा कि डस्टी ने खुद कहा था, “अगर हम पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना, Google के डेटा केंद्रों को चलाने के लिए एक लक्ष्य तय कर सकते हैं, तो इवेंट के लिए भी हम ऐसे ही लक्ष्य तय क्यों नहीं करते?”