कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली ऊर्जा

कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली ऊर्जा का हर समय (24/7) इस्तेमाल करने के लक्ष्य के लिए काम करना. Google साल 2030 तक इस लक्ष्य को पूरा करना चाहता है.

साल 2007 में, हमारी कंपनी ने अपने कामकाज के लिए कार्बन न्यूट्रल बनने का मकाम हासिल किया. साल 2017 में, हम अपने स्तर की पहली ऐसी कंपनी बन गए जिसने दुनिया भर में पूरे साल सिर्फ़ अक्षय ऊर्जा का इस्तेमाल किया. Google ने पिछले एक दशक में किसी भी कंपनी के मुकाबले सबसे ज़्यादा अक्षय ऊर्जा खरीदी है. अब हम कोशिश कर रहे हैं कि बिजली पैदा करने वाले हमारे स्रोतों से कार्बन का उत्सर्जन बंद हो जाए. साथ ही, साल 2030 तक हम दुनिया भर में, हर दिन 24 घंटे कार्बन-फ़्री ऊर्जा का इस्तेमाल करें.

कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली ऊर्जा के बारे में ज़्यादा जानें

हर समय (24/7) स्वच्छ ऊर्जा का इस्तेमाल: हर घंटे. हर जगह.

हमारा मकसद दुनिया भर की जानकारी को व्यवस्थित करना है. Google पर कुछ भी खोजने पर, हमारे डेटा सेंटर के सर्वर कुछ ऊर्जा का इस्तेमाल करते हैं. हर मिनट लाखों और हर साल खरबों की संख्या में Google पर कुछ न कुछ खोजा जाता है. इसके लिए, बड़ी मात्रा में ऊर्जा का इस्तेमाल होता है. हमारा मकसद नहीं बदलेगा. हालांकि, हमने पहले ही तय कर लिया था कि सेवाएं देने के लिए हम जिस ऊर्जा का इस्तेमाल करते हैं उसको बदलना होगा.

Google के लिए ऊर्जा इतनी अहम क्यों है? हमारे डेटा सेंटर से हर समय मिलने वाली बिजली वह ईंधन है जिसकी मदद से हम आपको सेवाएं दे पाते हैं. इनमें खोज के नतीजे, ईमेल, YouTube वीडियो चलाना, Cloud Platform से जुड़ी सेवाओं के अलावा भी बहुत कुछ शामिल है. इसके अलावा, हमारे ज़्यादातर कार्बन फ़ुटप्रिंट की वजह, बिजली की खपत से होने वाला उत्सर्जन है.

हमने जलवायु पर पड़ने वाले असर से निपटने के लिए मज़बूत योजना बनाई है. इसकी शुरुआत साल 2007 में हुई, जब हम अक्षय ऊर्जा और अच्छी क्वालिटी के कार्बन क्रेडिट खरीदने की वजह से, अपनी कार्रवाइयों के लिए कार्बन न्यूट्रल बनने वाली पहली कंपनी बने. इसी प्रक्रिया के दौरान, हमने Google के डेटा सेंटर को, दुनिया में सबसे ज़्यादा ऊर्जा की बचत करने वाली जगहों में से एक बनाने के लिए काम किया. साल 2017 में, हम अपने स्तर की पहली ऐसी कंपनी बन गए जिसने बिजली की खपत (100%) के लिए, पूरे साल सिर्फ़ अक्षय ऊर्जा का इस्तेमाल किया. Google ने पिछले एक दशक में किसी भी कंपनी के मुकाबले सबसे ज़्यादा अक्षय ऊर्जा खरीदी है. यह आंकड़ा, साल 2012 से लेकर साल 2021 के बीच, मेगावॉट-घंटे में खरीदी गई हमारी कुल अक्षय ऊर्जा पर आधारित है.

हालांकि, हम सिर्फ़ यहीं तक नहीं रुकेंगे. खपत की ज़रूरत को पूरी तरह से अक्षय ऊर्जा से पूरा करना कोई स्थायी हल नहीं था. जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने के लिए, हमें किसी बड़े और मज़बूत विज़न की ज़रूरत है. इसलिए, हमने एक अनोखे लक्ष्य को हासिल करने का एलान किया. यह लक्ष्य है: साल 2030 तक, ऐसी कंपनी बनना जहां हर दिन 24 घंटे और हर काम के लिए, कार्बन-फ़्री ऊर्जा का इस्तेमाल होता हो. हालांकि, हम अकेले ऐसा नहीं कर सकते. इसलिए, साल 2021 में हमने सस्टेनेबल एनर्जी फ़ॉर ऑल के साथ मिलकर, हर दिन 24 घंटे कार्बन-फ़्री एनर्जी कॉम्पैक्ट मुहिम की शुरुआत की. यह, संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करने वाला एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है. इस मुहिम का मकसद अलग-अलग हिस्सेदारों को एकजुट करके, दुनिया भर के पावर ग्रिड से होने वाले कार्बन उत्सर्जन को "पूरी तरह बंद" करना है. इस मकसद को हासिल करने के लिए, दिन में पूरे 24 घंटे कार्बन-फ़्री ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाएगा. अब हम कोशिश कर रहे हैं कि बिजली पैदा करने वाले हमारे स्रोतों से कार्बन का उत्सर्जन पूरी तरह बंद हो जाए. साथ ही, हम अपने कामकाज के लिए पूरी तरह से कार्बन-फ़्री ऊर्जा का इस्तेमाल करें. हर घंटे, हर दिन, हर जगह सिर्फ़ स्वच्छ ऊर्जा का इस्तेमाल हो. हमारा व्हाइट पेपर पढ़ें और इस बारे में ज़्यादा जानें कि हम इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए कौनसे कदम उठा रहे हैं.

स्वच्छ ऊर्जा के लिए की गई, Google की कोशिशों की आइकनॉग्राफ़ी. इसमें दिखाया गया है कि किस तरह Google ने कार्बन न्यूट्रल बनने की दिशा में काम किया है. साथ ही, 100% बिजली की आपूर्ति के लिए अक्षय ऊर्जा का इस्तेमाल किया है. इसके अलावा, कार्बन उत्सर्जन का कुल संतुलन बनाने और हर समय कार्बन-फ़्री ऊर्जा का इस्तेमाल करने में सफल रहा है.

कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली ऊर्जा का इस्तेमाल करने की दिशा में तेज़ी से बढ़ते कदम

पहले कभी इस दिशा में कोशिश नहीं की गई कि हम सभी कामों के लिए सिर्फ़ स्वच्छ ऊर्जा का ही इस्तेमाल करें. हालांकि, Google में हमने इसे एक लक्ष्य बनाया, क्योंकि हम किसी भी चुनौती से नहीं डरते. हर समय (24/7) स्वच्छ ऊर्जा के इस्तेमाल के लक्ष्य को हासिल करने के लिए, हम सभी को ऊर्जा के क्षेत्र में बड़े-बड़े बदलाव करने होंगे. कैसे? साल 2019 में, हमने अक्षय ऊर्जा की अब तक की सबसे बड़ी कॉर्पोरेट खरीदारी की. हम पार्टनर के साथ मिलकर, नई टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी देने और उन्हें बाज़ार में लाने में मदद करते हैं. बिजली ग्रिड, स्वच्छ ऊर्जा से चल सके और उससे पैदा होने वाली बिजली से कार्बन उत्सर्जन न हो, इसके लिए हम नीतियां बनाते हैं और उनका प्रचार करते हैं. हम उद्योग में स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए, हमेशा खुद के बनाए सॉफ़्टवेयर और मशीन लर्निंग का इस्तेमाल करते हैं. साथ ही, हम अपनी सीखों और तकनीकों को शेयर भी करते हैं, ताकि दूसरी कंपनियां उन्हें अपना सकें. इस काम को पूरा करने के लिए, हम सभी को साथ आना होगा और इसकी शुरुआत हम कर रहे हैं.

आपके लिए इसके क्या मायने हैं

जब हम किसी भी काम को करने के लिए हमेशा स्वच्छ ऊर्जा का इस्तेमाल करते हैं, तो इसका मतलब है कि आपको ऐसा इंटरनेट मिल रहा है जिसे इस्तेमाल करने से कार्बन का उत्सर्जन नहीं होता. इसका मतलब है कि Gmail से भेजे गए आपके सभी ईमेल, Google Search पर खोजे गए आपके सभी सवाल, आपके देखे गए सभी YouTube वीडियो, और Google Maps की मदद से देखे गए आपके सभी रूट के लिए, हर दिन हर घंटे स्वच्छ ऊर्जा का इस्तेमाल किया गया है. अगर हम ऊर्जा पैदा करने वाले स्रोतों से कार्बन उत्सर्जन को पूरी तरह खत्म करना चाहते हैं, तो सिर्फ़ इसके असर को कम करने से काम नहीं चलेगा. हमें ऐसी ऊर्जा का इस्तेमाल करना होगा जो हर समय कार्बन-फ़्री हो. ऊर्जा से जुड़े हमारे प्रोजेक्ट से, सिर्फ़ Google के ऐप्लिकेशन और सेवाओं को ही बेहतर तरीके से चलाने मदद नहीं मिलती, बल्कि बड़े पैमाने पर इंस्टॉल किए गए सोलर पैनल, पवन चक्कियों, और स्वच्छ ऊर्जा से जुड़ी दूसरी टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से स्थानीय अर्थव्यवस्था में उछाल आता है और स्थानीय लोगों के लिए नौकरियों के अवसर भी पैदा होते हैं. इंटरनेट पर कुछ खोजने पर, ईमेल भेजने पर, फ़ोटो अपलोड करते समय या वीडियो देखते समय, इस बात पर पूरा भरोसा किया जा सकता है कि इन सारे कामों के लिए स्वच्छ ऊर्जा का ही इस्तेमाल किया जा रहा है.

ऐनिमेटेड ग्राफ़िक, जिसमें एक अनोखे सिस्टम को दिखाया गया है. यह सिस्टम, कभी भी किए जा सकने वाले टास्क को हमारे डेटा केंद्रों पर कुछ इस तरह से भेजता है कि इन टास्क को तब किया जाता है, जब ग्रिड में कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली ऊर्जा पैदा होती है.

इस बारे में जानें कि कैसे हमने बिजली की मांग को उस वक्त पर शिफ़्ट किया है जब ग्रिड में कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली ऊर्जा पैदा होती है. साथ ही, यह भी जानें कि ऐसा करके हम डेटा केंद्रों के कार्बन फ़ुटप्रिंट को कैसे कम कर रहे हैं.

संसाधन

  • बेल्जियम में समुद्र तट से दूर, महासागर में मौजूद एक पवन चक्की
    2022

    सीएफ़ई (कार्बन फ़्री एनर्जी) मैनेजर: कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद करने वाला नया मॉडल

    सीएफ़ई (कार्बन फ़्री एनर्जी) मैनेजर: कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद करने वाला नया मॉडल

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  • Google का डाटा सेंटर
    2022

    Google के डेटा सेंटर पर, कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली ऊर्जा के इस्तेमाल से जुड़ी रिपोर्ट (2021)

    Google के डेटा सेंटर पर, कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली ऊर्जा के इस्तेमाल से जुड़ी रिपोर्ट (2021)

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  • डेनमार्क में इंस्टॉल किए जा रहे सोलर पैनल का एरियल व्यू (आसमान से ली गई तस्वीरें)
    2022

    हर समय कार्बन-फ़्री एनर्जी उपयोग करने से जुड़ी नीति का रोडमैप

    हर समय कार्बन-फ़्री एनर्जी उपयोग करने से जुड़ी नीति का रोडमैप

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  • डिजिटल कलाकार जेनी ओडेल की रंगीन चित्रकारी ने ओक्लाहोमा के हमारे मेज़ काउंटी वाले डेटा सेंटर में चार चांद लगा दिए हैं.
    2021

    हम आने वाले कल को कार्बन-फ़्री बनाने की कोशिश कर रहे हैं

    हम आने वाले कल को कार्बन-फ़्री बनाने की कोशिश कर रहे हैं

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  • ज़मीन से उठती भाप
    2021

    नए जियोथर्मल प्रोजेक्ट के साथ हम कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली ऊर्जा का इस्तेमाल करके, हर समय (24/7) ऊर्जा की ज़रूरतों को पूरा करने के लक्ष्य की ओर तेज़ी से बढ़ रहे हैं

    नए जियोथर्मल प्रोजेक्ट के साथ हम कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली ऊर्जा का इस्तेमाल करके, हर समय (24/7) ऊर्जा की ज़रूरतों को पूरा करने के लक्ष्य की ओर तेज़ी से बढ़ रहे हैं

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  • काउंसिल ब्लफ़्स शहर में, आयोवा के हमारे डेटा सेंटर में मौजूद कूलिंग टावर के आस-पास खिले जंगली फूल.
    2021

    कार्बन न्यूट्रैलिटी, 100% अक्षय ऊर्जा, और हर समय (24/7) कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली ऊर्जा में क्या अंतर है?

    कार्बन न्यूट्रैलिटी, 100% अक्षय ऊर्जा, और हर समय (24/7) कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली ऊर्जा में क्या अंतर है?

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  • सेंट ज़िस्लां शहर में, बेल्जियम के हमारे डेटा सेंटर के बाहर, हरे-भरे मैदानों में लगे सोलर पैनल.
    2021

    कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली ऊर्जा को हर समय (24/7) इस्तेमाल करने का लक्ष्य: इसे पूरा करने से जुड़े तरीके और मेट्रिक

    कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली ऊर्जा को हर समय (24/7) इस्तेमाल करने का लक्ष्य: इसे पूरा करने से जुड़े तरीके और मेट्रिक

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  • काउंसिल ब्लफ़्स शहर में, आयोवा के हमारे डेटा सेंटर के सामने मौजूद हरी घास पर उधम मचाता हिरणों का एक परिवार.
    2020

    Google के डेटा सेंटर पर, कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली ऊर्जा के इस्तेमाल से जुड़ी रिपोर्ट

    Google के डेटा सेंटर पर, कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली ऊर्जा के इस्तेमाल से जुड़ी रिपोर्ट

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  • सेंट ज़िस्लां शहर में, बेल्जियम के हमारे डेटा सेंटर के बाहर मौजूद, Google सोलर फ़ील्ड के ऊपर पड़ती धूप.
    2020

    श्वेत पत्र: 2030 तक चौबीस घंटे सातों दिन: आने वाले समय में पूरी दुनिया, कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली स्वच्छ ऊर्जा का इस्तेमाल करे

    श्वेत पत्र: 2030 तक चौबीस घंटे सातों दिन: आने वाले समय में पूरी दुनिया, कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली स्वच्छ ऊर्जा का इस्तेमाल करे

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  • यूरोप में मौजूद Google का एक डेटा सेंटर, जिसके बैकग्राउंड में पवन चक्कियां हैं.
    2020

    अक्षय ऊर्जा से चलने वाले हमारे डेटा केंद्र तब ज़्यादा कारगर तरीके से काम करते हैं, जब सूरज खुलकर चमकता है और तेज़ हवा चलती है

    अक्षय ऊर्जा से चलने वाले हमारे डेटा केंद्र तब ज़्यादा कारगर तरीके से काम करते हैं, जब सूरज खुलकर चमकता है और तेज़ हवा चलती है

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  • मेज़ काउंटी के ओक्लाहोमा के हमारे डेटा सेंटर में मौजूद सर्वर के गलियारे के पीछे का नज़ारा. ऐसा नज़ारा कभी-कभार ही देखने को मिलता है. यहां सैकड़ों पंखे, गर्म हवा को सर्वर रैक से कूलिंग यूनिट में पहुंचाते हैं. वहां से हवा फिर से सर्वर रैक में पहुंचती है और यह प्रक्रिया चलती रहती है. हरे रंग की रोशनी, सर्वर की स्थिति बताने वाली एलईडी लाइटों से आ रही है. ये लाइटें हमारे सर्वर के सामने वाले हिस्से पर लगी हैं.
    2020

    डेटा केंद्रों में अब पहले से कहीं ज़्यादा ऊर्जा की बचत होती है

    डेटा केंद्रों में अब पहले से कहीं ज़्यादा ऊर्जा की बचत होती है

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  • ताइवान में मौजूद डेटा सेंटर की एक इमारत. एशिया में शुरू हुआ हमारा अक्षय ऊर्जा प्रोजेक्ट, इस बात का बेहतरीन उदाहरण है कि अगर दूर की सोच रखने वाले सरकारी अधिकारी, स्थानीय हिस्सेदार, और कंपनियां एक साथ मिलकर काम करें, तो आने वाले समय में बहुत कुछ बेहतर किया जा सकता है.
    2019

    पहले से ज़्यादा अक्षय ऊर्जा का इस्तेमाल करने के लिए ताइवान से मिलाया हाथ

    पहले से ज़्यादा अक्षय ऊर्जा का इस्तेमाल करने के लिए ताइवान से मिलाया हाथ

    लेख पढ़ें (नई विंडो में खुलेगा)
  • सेंट ज़िस्लां शहर में, बेल्जियम के हमारे डेटा सेंटर में एक साथ लगे हुए सोलर पैनल.
    2019

    श्वेत पत्र: नीलामी की मदद से, अक्षय ऊर्जा की खरीदारी को बढ़ाना

    श्वेत पत्र: नीलामी की मदद से, अक्षय ऊर्जा की खरीदारी को बढ़ाना

    लेख पढ़ें (नई विंडो में खुलेगा)
  • ओक्लाहोमा के मिंको शहर में मौजूद विंड फ़ार्म.
    2019

    जिस तरह इंटरनेट की सुविधा हर समय उपलब्ध है - उसी तरह कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली ऊर्जा भी हर समय मिलनी चाहिए

    जिस तरह इंटरनेट की सुविधा हर समय उपलब्ध है - उसी तरह कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली ऊर्जा भी हर समय मिलनी चाहिए

    लेख पढ़ें (नई विंडो में खुलेगा)
  • फ़िनलैंड के हमीना शहर में जब सर्दियों में खाड़ी के ऊपर बर्फ़ जम जाती है, तब एक बहुत ही खूबसूरत लैंडस्केप बनता है. हमीना डेटा सेंटर के आस-पास का यह नज़ारा देखने में बहुत सुंदर लगता है.
    2018

    श्वेत पत्र: आने वाले समय में पूरी दुनिया में, हर काम के लिए कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली ऊर्जा का ही इस्तेमाल हो, इस दिशा में बढ़ते कदम - इससे जुड़ी सफलता और अहम जानकारी

    श्वेत पत्र: आने वाले समय में पूरी दुनिया में, हर काम के लिए कार्बन का उत्सर्जन न करने वाली ऊर्जा का ही इस्तेमाल हो, इस दिशा में बढ़ते कदम - इससे जुड़ी सफलता और अहम जानकारी

    लेख पढ़ें (नई विंडो में खुलेगा)